रंगों का विज्ञान, मनोविज्ञान और मार्केटिंग में उनका असर - The science, psychology of colours and their impact in marketing

क्या आपने कभी सोचा है कि लाल रंग आपको उत्साहित क्यों करता है और नीला रंग शांति क्यों देता है ? इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और जानें कैसे रंग आपके मूड , सोच और खरीदारी के फैसलों को बदल सकते हैं।" 1 . रंग सिर्फ देखने की चीज़ नहीं - Colours is not just a visual thing रंग ( Colours) हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं। सुबह का सूरज , नीला आसमान , हरी घास , लाल गुलाब – ये सब हमें सिर्फ इसलिए सुंदर लगते हैं क्योंकि उनमें रंग हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ? रंग सिर्फ हमारी आंखों को ही नहीं , बल्कि हमारे दिमाग , भावनाओं और फैसलों को भी प्रभावित करते हैं। यही वजह है कि मार्केटिंग , ब्रांडिंग और विज्ञापन में रंगों का बहुत बड़ा रोल होता है। 2. रंगों का विज्ञान - Science of Colours रंग असल में प्रकाश ( Light) का खेल है। जब सफेद रोशनी किसी वस्तु पर पड़ती है , तो वह वस्तु कुछ रंगों को सोख ( Absorb) लेती है और बाकी को परावर्तित ( Reflect) कर देती है। जो रंग हमारी आंखों तक पहुंचता है , हम वही रंग देखते हैं। ( स्रोत: National Eye Institute, ...